पटना। पटना के सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ अमृता को अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मान से सम्मानित किया गया है।
पटना के होटल मौर्य में आयोजित बिहार टॉक 2023 के सीजन-3 में डॉ अमृता को यह सम्मान बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और पटना की महापौर सीता साहू ने दिया है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज की उन्नति के लिये कार्य करने वाले युवाओं को सम्मानित करना था, ताकि वे प्रेरित हों और आगे भी अच्छा कार्य करें।
सामाजिक कियाकलापों में समय देना है पसंद: डॉ. अमृता
इस बारे में डॉ अमृता ने बताया कि उन्हें सामाजिक क्रियाकलापों में समय देना अच्छा लगता है। उन्हें जब भी समय मिलता है, सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं।
उन्होंने बताया कि बतौर एनेसथेटिस्ट उनका काम काफी जिम्मेवारी भरा है, क्योंकि एनेस्थिसिया की जरूरत पड़ने के वक्त ज्यादातर मरीज क्रिटिकल कंडीशन में होते हैं। खासकर एक्सीडेंट (ट्रॉमा) या लंबी बीमारी (क्रोनिक डिजीज) की स्थिति में इसलिए हमारा काम न केवल मरीज को बल्कि उनके परिजनों को भी मानसिक और सामाजिक रूप से संभालना है। उन्होंने कहा कि सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पटना का बेहतरीन अस्पताल है। मरीज उम्मीद लेकर हमारे पास आते हैं कि हम उनका सही इलाज करेंगे और उनकी जीवन की रक्षा करेंगे। इसलिए हमारी और हमारे स्टाफ की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हम मरीज के परिजनों की भी काउंसिलिंग करते हैं, जिससे कि उनकी घबराहट कम हो सके। उन्होंने कहा की हमारे पास कई ब्रांच के विशेषज्ञ डॉक्टर हैं, जो नियमित रूप से मरीजों का इलाज करते हैं। हमारे नर्सिंग स्टाफ 24 घण्टे मरीजों की सेवा में तत्पर रहते हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है सत्यदेव सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
बता दें कि पटना के आशियाना-दीघा रोड में मजिस्ट्रेट कॉलोनी स्थित सत्यदेव सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में किडनी कैंसर,प्रोस्टेट कैंसर अथवा सभी तरह की पथरी व मूत्र से संबंधित रोगों का ऑपरेशन दूरबीन से किया जाता है। किडनी प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. कुमार राजेश रंजन यहाँ यूरोलॉजी से जुड़ी जटिल रोगों का इलाज सफलतापूर्वक कर रहे हैं। यहां हर तरह के यौन रोग, सेक्स या बांझपन, शुक्रनली, अंडाशय संबंधी विकार, लिंग संबंधी परेशानी, हर्निया, हाइड्रोसिल, अपेंडिक्स, गॉल ब्लाडर समेत अन्य रोगों का इलाज भी होता है। यहां स्मार्ट आईसीयू विशेषज्ञों के नेतृत्व में चलने वाला आईसीयू है, जहां अत्याधुनिक तकनीक के जरिए 24 घंटे मरीज की देखभाल की जाती है।